वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं पर सरकार गम्भीर नहीं: राठौर
तिलकधारी सिंह इंटर कॉलेज के मार्कण्डेय सिंह हाल में गुरुवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जनपदीय अधिवेशन एवं शैक्षिक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष अशोक राठौर ने कहा सरकार द्वारा वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं की अनदेखी किया जा रहा है। वादे के बावजूद भी प्रदेश सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों को न तो पूर्णकालिक बनाया और नहीं उचित मानदेय तय किया।
महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार होने पर हमने सरकार के खिलाफ लड़ाई मुखर की तो उसे कमजोर करने के लिए अपना नुमाइंदा चुनाव में उतार दिया। यह सरकारी साजिश है, जिससे सचेत रहने की जरूरत है।
ऋतिका दुबे ने कहा कि अपना हक पाने के लिए वित्तविहीन शिक्षक उदासीनता को त्याग कर संघर्ष करें। फौजदार सिंह 'अखिलेश' ने स्वागत भाषण के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। उनके साथ डा. कृष्ण मोहन यादव ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के साथ मंचासीन पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र प्रदान किया। सम्मेलन का शुभारम्भ अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन से कर किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजेश मिश्र ने संचालन महामंत्री शरद सिंह व आभार जिला उपाध्यक्ष श्यामधर मिश्र ने ज्ञापित किया। अधिवेशन में बलिया, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र जिले के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
जिलाध्यक्ष जिलाध्यक्ष वाराणसी प्रमोद कुमार मिश्र, जिलाध्यक्ष गाजीपुर रामजनम सिंह यादव, जिलाध्यक्ष मिर्जापुर कृष्ण कुमार दूबे, जिलाध्यक्ष चंदौली आजाद यादव, जिलाध्यक्ष नन्हकऊ गुप्ता, प्रांतीय उपाध्यक्ष राज नारायण सिंह, प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. वीरेन्द्र प्रताप सिंह, अमित दुबे, प्रांतीय उपाध्याय पीडी दुबे, रमेश सिंह, बनवारी पांडेय, राजीव यादव,शशिधर चौबे, विकास सिंह, अंकुर दुबे, तदर्थ शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष तिलकराज सिंह, प्रमोद सिंह, मनीष सोमवंशी आदि प्रमुख रुप से मौजूद रहे।